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बातें ज़रूर है विचित्र , किन्तु सुनिए -
मेरे मित्र, कि जब मेरे इंटरव्यू की बारी आयी आई तो मैंने अपने सामने एक मराठी शिक्षिका पायी पाई
उसने कहा-
चलो शुरुआत करते हैं गणपति गणेश से
और मैं बिना अनुमति के प्रतियोगिता-प्रांगण से बाहर आया
मैं जनता जानता था, कि-भाई-भतिजावाद भतीजावाद और क्षेत्रवाद
प्रतियोगिता की भेंट चढ़ चुका है
योग्यता हो गयी है दरकिनार
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