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दो- तिहाई विश्व की ललकार है हिंदी मेरी - | दो- तिहाई विश्व की ललकार है हिंदी मेरी - | ||
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माँ की लोरी व पिता का प्यार है हिंदी मेरी । | माँ की लोरी व पिता का प्यार है हिंदी मेरी । | ||
बाँधने को बाँध लेते लोग दरिया अन्य से - | बाँधने को बाँध लेते लोग दरिया अन्य से - | ||
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पर भंवर का वेग वो विस्तार है हिंदी मेरी । | पर भंवर का वेग वो विस्तार है हिंदी मेरी । | ||
− | सुर -तुलसी और मीरा के सगुन में रची | + | सुर -तुलसी और मीरा के सगुन में जो रची - |
− | + | कबीरा और बिहारी की फुंकार है हिंदी मेरी । | |
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फ्रेंच,इंग्लिस और जर्मन है भले परवान पर - | फ्रेंच,इंग्लिस और जर्मन है भले परवान पर - | ||
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आमजन की नाव है, पतवार है हिंदी मेरी । | आमजन की नाव है, पतवार है हिंदी मेरी । | ||
− | चांद भी है , चांदनी भी , गोधुली- प्रभात भी - | + | चांद भी है,चांदनी भी,गोधुली- प्रभात भी - |
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हरतरफ बहती हुई जलधार है हिंदी मेरी । | हरतरफ बहती हुई जलधार है हिंदी मेरी । | ||
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17:29, 5 फ़रवरी 2010 का अवतरण
दो- तिहाई विश्व की ललकार है हिंदी मेरी -
माँ की लोरी व पिता का प्यार है हिंदी मेरी ।
बाँधने को बाँध लेते लोग दरिया अन्य से -
पर भंवर का वेग वो विस्तार है हिंदी मेरी ।
सुर -तुलसी और मीरा के सगुन में जो रची -
कबीरा और बिहारी की फुंकार है हिंदी मेरी ।
फ्रेंच,इंग्लिस और जर्मन है भले परवान पर -
आमजन की नाव है, पतवार है हिंदी मेरी ।
चांद भी है,चांदनी भी,गोधुली- प्रभात भी -
हरतरफ बहती हुई जलधार है हिंदी मेरी ।