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"पुलिस फिरौती मांगे रे मितवा / रवीन्द्र प्रभात" के अवतरणों में अंतर
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दुर्जन मदिरा पान में पीछे - | दुर्जन मदिरा पान में पीछे - | ||
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कहे "प्रभात" सुनो भाई जनता - | कहे "प्रभात" सुनो भाई जनता - | ||
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17:42, 5 फ़रवरी 2010 का अवतरण
पुलिस फिरौती मांगे मितवा,
शहर घिनौना लागे मितवा !
सुते पहरुआ,चोर -उचक्का -
रात -रात भर जागे मितवा !
गणिका बांचे काम, पतुरिया -
पीछे -पीछे भागे मितवा !
दुर्जन मदिरा पान में पीछे -
संत -मौलवी आगे मितवा !
कहे "प्रभात" सुनो भाई जनता -
भूखे लोग अभागे मितवा !!