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"पुलिस फिरौती मांगे रे मितवा / रवीन्द्र प्रभात" के अवतरणों में अंतर

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पुलिस फिरौती मांगे मितवा,
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पुलिस फिरौती माँगे मितवा,
शहर घिनौना लागे मितवा !
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शहर घिनौना लागे मितवा!
  
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सुते पहरुआ, चोर-उचक्का
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रात-रात भर जागे मितवा!
  
सुते पहरुआ,चोर -उचक्का -
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गणिका बाँचे काम, पतुरिया
रात -रात भर जागे मितवा !
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पीछे-पीछे भागे  मितवा!
  
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दुर्जन मदिरा पान में पीछे
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संत-मौलवी आगे मितवा!
  
गणिका बांचे काम, पतुरिया -
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कहे 'प्रभात' सुनो भाई जनता  
पीछे -पीछे भागे  मितवा !
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भूखे लोग अभागे  मितवा!!
 
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दुर्जन मदिरा पान में पीछे -
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संत -मौलवी आगे मितवा !
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कहे "प्रभात" सुनो भाई जनता -
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भूखे लोग अभागे  मितवा !!
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21:41, 5 फ़रवरी 2010 का अवतरण

पुलिस फिरौती माँगे मितवा,
शहर घिनौना लागे मितवा!

सुते पहरुआ, चोर-उचक्का
रात-रात भर जागे मितवा!

गणिका बाँचे काम, पतुरिया
पीछे-पीछे भागे मितवा!

दुर्जन मदिरा पान में पीछे
संत-मौलवी आगे मितवा!

कहे 'प्रभात' सुनो भाई जनता
भूखे लोग अभागे मितवा!!