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परवीन शाकिर

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* [[बदन तक मौजे-ख़्वाब आनेको है फ़िर/ परवीन शाकिर]]
* [[पिरो दिये मेरे आंसू हवा ने शाख़ों में/ परवीन शाकिर]]
* [[चेहरे उगाने को आईने हैं बहुत / परवीन शाकिर]]
* [[कैसे-कैसे शहर मिट्टी में मिला देती है आग / परवीन शाकिर]]
* [[काम आ गई दीवानगी अपनी / परवीन शाकिर]]
* [[आग शहर की अब आ गई है गाँव में / परवीन शाकिर]]
* [[काँटों का ताज सिर पे सजाए रहेंगे हम / परवीन शाकिर]]
* [[जिस मकान में रहता हूँ उसको घर कर दे / परवीन शाकिर]]
* [[तितली के परों को कभी छिलते नहीं देखा / परवीन शाकिर]]