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"होंठों से छू लो तुम / इंदीवर" के अवतरणों में अंतर

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07:41, 17 फ़रवरी 2010 का अवतरण

मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ
हाय रामा मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ

मुशक़िल से वो दिन भुलाये थे हमने
फिर आ के छेड़ा बलम ने
फिर से धरक गईं छत्तियाँ
धरक गईं छत्तियाँ
हाय रामा मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ

रोते हैं नैना जिया तलमलाये
जावो कोई उनको लाये
कैसे बिताऊँ दिन-रतियाँ
बिताऊँ दिन-रतियाँ
हाय रामा मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ..