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"दिल का हाल सुने दिलवाला / शैलेन्द्र" के अवतरणों में अंतर

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<poem>दिल का हाल सुने दिलवाला, सीधी सी बात न मिर्च मसाला
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कहके रहेगा कहनेवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला
  
दिल का हाल सुने दिल वाला<br>
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छोटे से घर में गरीब का बेटा, मैं भी हूँ माँ के नसीब का बेटा (२)
सीधी-सी बात न मिर्च मसाला<br>
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रंज-ओ-ग़म बचपन के साथी, आँधियों में जली जीवन बाती
कह के रहेगा कहने वाला<br>
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भूख ने हैं बड़े प्यार से पाला, दिल का हाल सुने दिलवाला
दिल का हाल सुने दिल वाला<br><br>
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छोटे से घर में गरीब का बेटा<br>
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हाय करूँ क्या सूरत ऐसी, गांठ के पूरे चोर के जैसी -
मैं भी हूँ माँ के नसीब का बेटा ()<br>
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चलता फिरता जानके एक दिन, बिना देखे पहचान के एक दिन
रंज-ओ-ग़म बचपन के साथी<br>
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बांध के ले गया पुलिसवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला
आंधियों में जली जीवन-बाती<br>
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भूख ने हैं बड़े प्यार से पाला<br>
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दिल का हाल सुने दिल वाला<br><br>
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हाय करूँ क्या सूरत ऐसी<br>
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बूढ़े दारोगा ने चश्मे से देखा, आगे से देखा पीछे से देखा
गांठ के पूरे चोर के जैसी - २)<br>
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ऊपर से देखा नीचे से देखा ,बोला ये क्या कर बैठे घोटाला - 2
चलता-फिरता जान के एक दिन<br>
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ये तो है थानेदार का साला, दिल का हाल सुने दिलवाला
बिना देखे पहचान के एक दिन<br>
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बांध के ले गया पुलिस वाला<br>
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दिल का हाल सुने दिल वाला<br><br>
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बूढ़े दरोगा ने चश्मे से देखा (२)<br>
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ग़म से अभी आज़ाद नहीं मैं ,ख़ुश हूँ मगर आबाद नहीं मैं (२)
आगे से देखा पीछे से देखा<br>
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मंज़िल मेरे पास खड़ी है, पाँव में लेकिन बेड़ी पड़ी है
ऊपर से देखा नीचे से देखा<br>
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टांग अढा़ता है दौलतवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला
बोला ये क्या कर बैठे घोटाला<br>
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हाय ये क्या कर बैठे घोटाला<br>
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ये तो है थानेदार का साला,<br>
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दिल का हाल सुने दिल वाला<br>
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ग़म से अभी आज़ाद नहीं मैं<br><br>
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सुन लो मगर ये किसी से न कहना, तिनके का लेके सहारा न बहना (२)
ख़ुश मगर आबाद नहीं मैं (२)<br>
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बिन मौसम मलहार न गाना ,आधी रात को मत चिल्लाना
मंज़िल मेरे पास खड़ी है<br>
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वरना पकड़ लेगा पुलिसवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला
पाँव में लेकिन बेड़ी पड़ी है<br>
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टांग देता है दौलत वाला,<br>
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दिल का हाल सुने दिल वाला<br><br>
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सुन लो मगर ये किसी से न कहना<br>
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तिनके का लेके सहारा न बहना (२)<br>
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बिन मौसम मलहार न गाना<br>
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आधी रात को मत चिल्लाना<br>
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वरना पकड़ लेगा पुलिस वाला<br>
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दिल का हाल सुने दिल वाला
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10:21, 28 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण

दिल का हाल सुने दिलवाला, सीधी सी बात न मिर्च मसाला
कहके रहेगा कहनेवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला

छोटे से घर में गरीब का बेटा, मैं भी हूँ माँ के नसीब का बेटा (२)
रंज-ओ-ग़म बचपन के साथी, आँधियों में जली जीवन बाती
भूख ने हैं बड़े प्यार से पाला, दिल का हाल सुने दिलवाला

हाय करूँ क्या सूरत ऐसी, गांठ के पूरे चोर के जैसी - २
चलता फिरता जानके एक दिन, बिना देखे पहचान के एक दिन
बांध के ले गया पुलिसवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला

बूढ़े दारोगा ने चश्मे से देखा, आगे से देखा पीछे से देखा
ऊपर से देखा नीचे से देखा ,बोला ये क्या कर बैठे घोटाला - 2
ये तो है थानेदार का साला, दिल का हाल सुने दिलवाला

ग़म से अभी आज़ाद नहीं मैं ,ख़ुश हूँ मगर आबाद नहीं मैं (२)
मंज़िल मेरे पास खड़ी है, पाँव में लेकिन बेड़ी पड़ी है
टांग अढा़ता है दौलतवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला

सुन लो मगर ये किसी से न कहना, तिनके का लेके सहारा न बहना (२)
बिन मौसम मलहार न गाना ,आधी रात को मत चिल्लाना
वरना पकड़ लेगा पुलिसवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला