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"देर लगी आने में तुमको / इंदीवर" के अवतरणों में अंतर
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Sandeep Sethi (चर्चा | योगदान) छो (रहें ना रहें हम, महका करेंगे बन के कली / ममता का नाम बदलकर देर लगी आने में तुमको / इंदीवर कर दिया गया ह) |
(कोई अंतर नहीं)
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08:54, 1 मार्च 2010 के समय का अवतरण
देर लगी आने में तुमको
शुक्र है फिर भी आए तो
आस ने दिल का साथ न छोड़ा
वैसे हम घबराए तो
तुम जो न आते हम तो मर जाते
क्या हम अकेले ज़िंदा रहते
तुमसे कहें क्या जो बीती दिल पे
दर्द-ए-जुदाई सहते सहते
आज हमारे प्यासे दिल पे
बनके बादल तुम छाए तो
देर लगी आने में तुमको ...
बेताब दिल था बेचैन आँखें
खुद से खफ़ा हम रहने लगे थे
हालत हमारी वो हो गई थी
पागल हमें लोग कहने लगे थे
अब इक पल भी बिछड़ें न हम तुम
वक़्त अगर रुक जाए तो
देर लगी आने में तुमको ...