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"दु:ख / चंद्र रेखा ढडवाल" के अवतरणों में अंतर

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इतने लोगों के बीच
+
दु:ख / मात्र नहीं
तुम्हें घर आने को
+
सहते रहने का
नहीं कह पाने का दु:ख
+
दु:ख / विकल्प के
सीमित नहीं है
+
नहीं होने का भी.
तुम्हारे नहीं आने तक ही
+
  
 
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21:56, 6 मार्च 2010 के समय का अवतरण


दु:ख / मात्र नहीं
सहते रहने का
दु:ख / विकल्प के
नहीं होने का भी.