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"मोहे पनघट पे नन्दलाल छेड़ गयो रे" के अवतरणों में अंतर

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('मुगल-ए-आजम' में लता मंगेशकर और समूह द्वारा गीत)
 
(कोई अंतर नहीं)

11:36, 8 मार्च 2010 के समय का अवतरण

रचनाकार: अज्ञात                 

मोहे पनघट पे नन्दलाल छेड़ गयो रे।
मोहे पनघट पे हा....... ।
मोरी नाजुक कलईयाँ मरोर गयो रे।
मोरी नाजुक कलईयाँ मरोर गयो रे।
मोहे पनघट पे (कोरस) हो... ।
मोहे पनघट पे नन्दलाल छेड़ गयो रे।
मोहे पनघट पे।

कंकरी मोहे मारी गगरिया फोर डारी।
(कोरस) हाय गगरिया फोर डारी।
कंकरी मोहे मारी गगरिया फोर डारी।
(कोरस) हाय गगरिया फोर डारी।
गगरिया फोर डारी, हा ... ।
मोरी सारी अनारी भिगोय गयो रे।
मोरी सारी अनारी भिगोय गयो रे।
मोहे पनघट पे।
(कोरस) मोहे पनघट पे नन्दलाल छेड़ गयो रे।
मोहे पनघट पे।

नैनों से जादू किया जियरा मोह लिया।
(कोरस) हाय जियरा मोह लिया।
नैनों से जादू किया जियरा मोह लिया।
(कोरस) हाय जियरा मोह लिया।
जियरा मोह लिया।
हा... मोरा घुंघटा नजरियों से तोड़ गयो रे।
मोरा घुंघटा नजरियों से तोड़ गयो रे।
मोहे पनघट पे २।
मोहे पनघट पे नन्दलाल छेड़ गयो रे।
मोहे पनघट पे।

[जैसा मुगल-ए-आजम में लता मंगेशकर और समूह द्वारा गाया]