"ग़ैर लें महफ़िल में बोसे जाम के / ग़ालिब" के अवतरणों में अंतर
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− | ग़ैर | + | ग़ैर लें महफ़िल में, बोसे<ref>चुम्बन</ref> जाम के |
− | हम रहें यूँ तिश्ना-लब<ref>सूखे होंठ</ref> पैग़ाम के | + | हम रहें यूँ तिश्ना-लब<ref>सूखे होंठ</ref> पैग़ाम<ref>संदेश</ref> के |
− | ख़स्तगी<ref> | + | ख़स्तगी<ref>थकावट,टूट-फूट</ref> का तुम से क्या शिकवा, कि ये |
− | हथकंडे हैं | + | हथकंडे हैं चर्ख़े-नीली फ़ाम<ref>नीला आसमान</ref> के |
− | ख़त लिखेंगे, गर्चे मतलब कुछ न हो | + | ख़त लिखेंगे, गर्चे<ref>भले ही</ref> मतलब कुछ न हो |
हम तो आशिक़ हैं तुम्हारे नाम के | हम तो आशिक़ हैं तुम्हारे नाम के | ||
− | रात पी ज़मज़म<ref>एक | + | रात पी ज़मज़म<ref>एक पवित्र ताल का पानी,</ref> पे मय और सुबह-दम |
− | धोए धब्बे | + | धोए धब्बे जामा-ए-अहराम<ref>तीर्थ-यात्रा पर पहने जाने वाले पवित्र वस्त्र</ref> के |
दिल को आँखों ने फँसाया क्या मगर | दिल को आँखों ने फँसाया क्या मगर | ||
− | ये भी हल्क़े<ref>छल्ले</ref> हैं तुम्हारे दाम<ref> | + | ये भी हल्क़े<ref>छल्ले,फन्दे </ref> हैं तुम्हारे दाम<ref>जाल</ref> के |
− | शाह | + | शाह की है ग़ुस्ले-सेहत<ref>स्वास्थ्य-स्नान</ref> की ख़बर |
− | देखिये, कब दिन फिरें हम्माम<ref>नहाने की जगह</ref> के | + | देखिये, कब दिन फिरें हम्माम<ref>नहाने की जगह</ref>के |
इश्क़ ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया | इश्क़ ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया |
19:59, 12 मार्च 2010 का अवतरण
ग़ैर लें महफ़िल में, बोसे<ref>चुम्बन</ref> जाम के
हम रहें यूँ तिश्ना-लब<ref>सूखे होंठ</ref> पैग़ाम<ref>संदेश</ref> के
ख़स्तगी<ref>थकावट,टूट-फूट</ref> का तुम से क्या शिकवा, कि ये
हथकंडे हैं चर्ख़े-नीली फ़ाम<ref>नीला आसमान</ref> के
ख़त लिखेंगे, गर्चे<ref>भले ही</ref> मतलब कुछ न हो
हम तो आशिक़ हैं तुम्हारे नाम के
रात पी ज़मज़म<ref>एक पवित्र ताल का पानी,</ref> पे मय और सुबह-दम
धोए धब्बे जामा-ए-अहराम<ref>तीर्थ-यात्रा पर पहने जाने वाले पवित्र वस्त्र</ref> के
दिल को आँखों ने फँसाया क्या मगर
ये भी हल्क़े<ref>छल्ले,फन्दे </ref> हैं तुम्हारे दाम<ref>जाल</ref> के
शाह की है ग़ुस्ले-सेहत<ref>स्वास्थ्य-स्नान</ref> की ख़बर
देखिये, कब दिन फिरें हम्माम<ref>नहाने की जगह</ref>के
इश्क़ ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया
वरना हम भी आदमी थे काम के