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"दूर की आवाज़ / हम भी अगर बच्चे होते" के अवतरणों में अंतर

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'''रचनाकार् - शकील् बदयुनि'''
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Happy birthday to you
 
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हम् भी अगर् बच्चे होते
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हम भी अगर बच्चे होते
हम् भी अगर् बच्चे होते
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नाम हमारा होता गबलू बबलू
 
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नाम् हमार होता बब्लू डब्लू
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खाने को मिलते लड्डू
 
खाने को मिलते लड्डू
और् दुनिया केहती
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और दुनिया कहती happy birthday to you
Happy birthday to you ...
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happy birthday to you
  
कोई लाता गुडिया मोटर् रैल्
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कोई लाता गुड़िया, मोटर, रेल
तो कोइ लाता फिर्की लट्टू
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तो कोई लाता फिरकी, लट्टू
 
कोई चाबी का टट्टू
 
कोई चाबी का टट्टू
और् दूनिया केहती
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और दुनिया कहती happy birthday to you
Happy birthday to you ...
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happy birthday to you
  
कितनी प्यारि होती है ये भोली सी उमर्
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कितनी प्यारी होती है ये भोली सी उमर
नौक्री की चिन्ता ना रोटी की फिकर्
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नौकरी की चिन्ता रोटी की फ़िक्र
नन्हे मुन्ने होते हम् तो देते सौ हुक्म्
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नन्हे-मुन्ने होते हम तो देते सौ हुक्म
पीछे फिर्ते डैडी मम्मी बनके नौकर्
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पीछे-पीछे पापा-ममी बनके नौकर
चौकलेट् बिस्कुट् टोफी खाते
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चाकलेट , बिस्कुट , टोफ्फी खाते और पीते दुद्दू
और् पीते दुद्दू
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और दुनिया कहती happy birthday to you
और् दूनिया केहती
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happy birthday to you
Happy birthday to you ...
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हम् भी अगर् बच्चे होते ...
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कैसे कैसे नखरे करते
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कैसे-कैसे नख़रे करते घरवालों से हम
घर् वालो से हम्
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पल में हँसते पल में रोते करते नाक में दम
पल् मे हँस्ते पल् मे रोते
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अक्कड़-बक्कड़ लुक्का-छुपी कभी छुआ-छू
करते नाक् मे दम्
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करते दिन भर हल्ला-गुल्ला दंगा और उधम
अक्कड् बक्कड् लुक्का छुप्पी
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और कभी ज़िद पर अड़ जाते जैसे अड़ियल टट्टू
कभी छुआ छू
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और दुनिया कहती happy birthday to you
करते दिन् भर् हल्ला गुल्ला
+
happy birthday to you
दगां और् ऊधम्
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और् कभी जीद् पर् अड् जाते
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जैसे अडीयल् टट्टू
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और् दूनिया केहती
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Happy birthday to you ...
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हम् भी अगर् बच्चे होते ...
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अब् तो है ये हाल् की जब् से बीता बचपन्
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अब तो है ये हाल के जब से बीता बचपन
मा से झगडा बाप् से टक्कर् बिवि से अन्-बन्
+
माँ से झगड़ा बाप से टक्कर बीवी से अनबन
कोल्हु के हम् बैल् बने है
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कोल्हू के हम बैल बने हैं धोबी के गधे
धोबि के गधे
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दुनिया भर के डण्डे सर पे खायें दना-दन
दुनिय भर् के डन्डे सर् पे खाये दना दन्
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बचपन अपना होता तो करते ढेँचू-ढेँचू
बचपन् अपना होता तो ना करते ढेँचु ढेँचु
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और दुनिया कहती happy birthday to you
और् दूनिया केहती
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happy birthday to you
Happy birthday to you ...
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हम् भी अगर् बच्चे होते ...
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02:38, 20 मार्च 2010 के समय का अवतरण

रचनाकार: शकील बदायूनी                 

Happy birthday to you
Happy birthday to you

हम भी अगर बच्चे होते
नाम हमारा होता गबलू बबलू
खाने को मिलते लड्डू
और दुनिया कहती happy birthday to you
happy birthday to you

कोई लाता गुड़िया, मोटर, रेल
तो कोई लाता फिरकी, लट्टू
कोई चाबी का टट्टू
और दुनिया कहती happy birthday to you
happy birthday to you

कितनी प्यारी होती है ये भोली सी उमर
न नौकरी की चिन्ता न रोटी की फ़िक्र
नन्हे-मुन्ने होते हम तो देते सौ हुक्म
पीछे-पीछे पापा-ममी बनके नौकर
चाकलेट , बिस्कुट , टोफ्फी खाते और पीते दुद्दू
और दुनिया कहती happy birthday to you
happy birthday to you

कैसे-कैसे नख़रे करते घरवालों से हम
पल में हँसते पल में रोते करते नाक में दम
अक्कड़-बक्कड़ लुक्का-छुपी कभी छुआ-छू
करते दिन भर हल्ला-गुल्ला दंगा और उधम
और कभी ज़िद पर अड़ जाते जैसे अड़ियल टट्टू
और दुनिया कहती happy birthday to you
happy birthday to you

अब तो है ये हाल के जब से बीता बचपन
माँ से झगड़ा बाप से टक्कर बीवी से अनबन
कोल्हू के हम बैल बने हैं धोबी के गधे
दुनिया भर के डण्डे सर पे खायें दना-दन
बचपन अपना होता तो न करते ढेँचू-ढेँचू
और दुनिया कहती happy birthday to you
happy birthday to you