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"घराना / दादी अम्मा दादी अम्मा मान जाओ" के अवतरणों में अंतर

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'''रचनाकर् - शकील् बदयुनि'''
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दादी अम्मा दादी अम्मा मान् जाओ
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दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ
दादी अम्मा दादी अम्मा मान् जाओ
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छोड़ो जी ये ग़ुस्सा ज़रा हँस के दिखाओ
छोडो जी ये गुस्सा जारा हंस् के दिखाओ
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छोटी छोटी बातों पे न बिगडा करो
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छोटी-छोटी बातों पे न बिगड़ा करो
छोटी छोटी बातों पे न बिगडा करो
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ग़ुस्सा हो तो ठण्डा पानी पी लिया करो
गुस्सा हो तो ठन्डा पानी पी लिया करो
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खाली-पीली अपना कलेजा न जलाओ
खाली पीली अपना कलेजा न जलाओ
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दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ...
दादी अम्मा दादी अम्मा मान् जाओ...
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दादि तुम्हे हम् तो मना के रहेगें
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दादी तुम्हें हम तो मना के रहेंगे
दादि तुम्हे हम् तो मना के रहेगें
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खाना अपने हाथों से खिला के रहेंगे
खाना अपने हाथों से खिला के रहेगें
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चाहे हमें मारो चाहे हमें धमकाओ
चाहे हमे मारो चाहे हमे धमकाओ
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दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ...
दादी अम्मा दादी अम्मा मान् जाओ...
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कहो तो तुम्हारि हम् चम्पी कर् दें
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कहो तो तुम्हारी हम चम्पी कर दें
कहो तो तुम्हारि हम् चम्पी कर् दें
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पियो तो तुम्हारे लिये हुक्का भर दें
पीयो तो तुम्हारे लिये हुक्का भर् दें
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हँसी न छुपाओ ज़रा आँखें तो मिलाओ
हसी न छुपाओ जरा आँखे तो मिलाओ
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दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ...
दादी अम्मा दादी अम्मा मान् जाओ...
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हमसे जो भुल् हुई माफ् करो मा
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हमसे जो भूल हुई माफ़ करो माँ
हमसे जो भुल् हुई माफ् करो मा
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गले लग जाओ दिल साफ़ करो माँ
गले लग् जाओ दिल् साफ् करो मा
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अच्छी सी कहानी कोई हमको सुनाओ
अच्छी सी कहानि कोई हमको सुनाओ
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दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ...
दादी अम्मा दादी अम्मा मान् जाओ...
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दादी अम्मा दादी अम्मा मान् जाओ...
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04:45, 20 मार्च 2010 का अवतरण

रचनाकार: शकील बदायूनी                 

दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ
छोड़ो जी ये ग़ुस्सा ज़रा हँस के दिखाओ

छोटी-छोटी बातों पे न बिगड़ा करो
ग़ुस्सा हो तो ठण्डा पानी पी लिया करो
खाली-पीली अपना कलेजा न जलाओ
दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ...

दादी तुम्हें हम तो मना के रहेंगे
खाना अपने हाथों से खिला के रहेंगे
चाहे हमें मारो चाहे हमें धमकाओ
दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ...

कहो तो तुम्हारी हम चम्पी कर दें
पियो तो तुम्हारे लिये हुक्का भर दें
हँसी न छुपाओ ज़रा आँखें तो मिलाओ
दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ...

हमसे जो भूल हुई माफ़ करो माँ
गले लग जाओ दिल साफ़ करो माँ
अच्छी सी कहानी कोई हमको सुनाओ
दादी-अम्मा दादी-अम्मा मान जाओ...