भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"किरण–कण / रामकुमार वर्मा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 +
रचनाकार: [[रामकुमार वर्मा]]
 +
[[Category:कविताएँ]]
 +
[[Category:रामकुमार वर्मा]]
 +
 +
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~
 +
 +
 
एक दीपक किरण–कण हूँ।
 
एक दीपक किरण–कण हूँ।
 
   
 
   

19:31, 19 फ़रवरी 2007 का अवतरण

रचनाकार: रामकुमार वर्मा

~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~


एक दीपक किरण–कण हूँ।


धूम्र जिसके क्रोड़ में है¸ उस अनल का हाथ हूँ मैं

नव प्रभा लेकर चला हूँ¸ पर जलन के साथ हूँ मैं

सिद्धि पाकर भी¸ तुम्हारी साधना का —

ज्वलित क्षण हूँ।

एक दीपक किरण–कण हूँ।


व्योम के उर में¸ अपार भरा हुआ है जो अंधेरा

और जिसने विश्व को¸ दो बार क्या¸ सौ बार घेरा

उस तिमिर का नाश करने के लिए¸ —

मैं अटल प्रण हूँ।

एक दीपक किरण–कण हूँ।


शलभ को अमरत्व देकर¸ प्रेम पर मरना सिखाया

सूर्य का संदेश लेकर¸ रात्रि के उर में समाया

पर तुम्हारा स्नेह खोकर भी¸ —

तुम्हारी ही शरण हूँ।

एक दीपक किरण–कण हूँ।