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"नंगी औरत / रघुवीर सहाय" के अवतरणों में अंतर

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नाटक शुरू होने से पहले सहसा मैंने
 
नाटक शुरू होने से पहले सहसा मैंने
पहचाना एक अधेड औरत का दर्द
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पहचाना एक अधेड़ औरत का दर्द
 
वह मुझे घूरे जाती थी
 
वह मुझे घूरे जाती थी
  

20:47, 30 अप्रैल 2010 के समय का अवतरण

नाटक शुरू होने से पहले सहसा मैंने
पहचाना एक अधेड़ औरत का दर्द
वह मुझे घूरे जाती थी

क्या तुम मानोगी कि दुगन में बजता तबला
अश्लील है
अगर उस पर अपने को थिरकते देखो