भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सदस्य:घनश्याम चन्द्र गुप्त" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
छो |
|||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
+ | <br>बात आई थी लबों तक सो दबा ली मैंने | ||
+ | <br>अधपकी एक निंबोली सी चबा ली मैंने | ||
+ | <br> | ||
[[चित्र:Up02.JPG|left|thumb|122px|२००४ में]] | [[चित्र:Up02.JPG|left|thumb|122px|२००४ में]] |
01:41, 27 फ़रवरी 2007 के समय का अवतरण
बात आई थी लबों तक सो दबा ली मैंने
अधपकी एक निंबोली सी चबा ली मैंने