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"नीरव-तार हृदय में / सुमित्रानंदन पंत" के अवतरणों में अंतर

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:नीरव-तार हृदय में,
 
:नीरव-तार हृदय में,

14:50, 10 मई 2010 का अवतरण

नीरव-तार हृदय में,
गूँज रहे हैं मंजुल-लय में;
अनिल-पुलक से अरुणोदय में।
नीरव-तार हृदय में—

चरण-कमल में अर्पण कर मन,
रज-रंजित कर तन,
मधुरस-मज्जित कर मम जीवन,
चरणामृत-आशय में।
नीरव-तार हृदय में—

नित्य-कर्म-पथ पर तत्पर धर,
निर्मल कर अन्तर,
पर-सेवा का मृदु पराग-भर,
मेरे मधु-संचय में।
नीरव-तार हृदय में—

रचनाकाल: १९१९