भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"नीरव-तार हृदय में / सुमित्रानंदन पंत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो ("नीरव-तार हृदय में / सुमित्रानंदन पंत" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))
 
(कोई अंतर नहीं)

12:01, 13 मई 2010 के समय का अवतरण

नीरव-तार हृदय में,
गूँज रहे हैं मंजुल-लय में;
अनिल-पुलक से अरुणोदय में।
नीरव-तार हृदय में—

चरण-कमल में अर्पण कर मन,
रज-रंजित कर तन,
मधुरस-मज्जित कर मम जीवन,
चरणामृत-आशय में।
नीरव-तार हृदय में—

नित्य-कर्म-पथ पर तत्पर धर,
निर्मल कर अन्तर,
पर-सेवा का मृदु पराग-भर,
मेरे मधु-संचय में।
नीरव-तार हृदय में—

रचनाकाल: १९१९