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"वक्त का जादू / मुकेश मानस" के अवतरणों में अंतर
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भोले-भाले मासूम बच्चे | भोले-भाले मासूम बच्चे | ||
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अल्ल-सुबह घूमने निकले बुजुर्ग | अल्ल-सुबह घूमने निकले बुजुर्ग | ||
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− | चहकती-महकती | + | चहकती-महकती लड़कियाँ |
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हमने पहले तो नहीं देखा | हमने पहले तो नहीं देखा | ||
भई वाह! | भई वाह! | ||
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02:30, 16 मई 2010 के समय का अवतरण
भोले-भाले मासूम बच्चे
खेलते-खेलते गायब हो जाएँ
अल्ल-सुबह घूमने निकले बुजुर्ग
लौटकर घर न आएँ
चहकती-महकती लड़कियाँ
ख़ौफ़ज़दा पुतलियों में बदल जाएँ
देखते-देखते ख़ुशबूदार फूल
धारदार शूल बन जाएँ
हमने पहले तो नहीं देखा
भई वाह!
कैसा जबरदस्त जादू है
जो यह वक़्त हमें दिखा रहा है।
रचनाकाल : जून 2000