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"आखिर इस दिल की पुकारों में तुझको देख लिया / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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01:22, 21 मई 2010 का अवतरण
आखिर इस दिल की पुकारों में तुझको देख लिया
डूबते वक़्त किनारों में तुझको देख लिया
यों तो दुनिया में कहीं था न पता तेरा, मगर
हमने कुछ प्यार के मारों में तुझको देख लिया
फिर कभी लौटके आयी नहीं खुशबू वैसी
दिल ने सौ बार बहारों में तुझको देख लिया
हमने पायी है वही टूटते दिल की तस्वीर
जिन्दगी! चाँद-सितारों में तुझको देख लिया
तू भले ही रहा दुनिया से अलग होके गुलाब!
पर किसी ने था हज़ारों में तुझको देख लिया