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"और यह मिट्टी है हैरान / हरिवंशराय बच्चन" के अवतरणों में अंतर

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13:08, 26 मई 2010 का अवतरण


और यह मिट्टी है हैरान

देखकर तेरे अमित प्रयोग,

मिटाता तू इसको हरबार,

मिटाने का इसका तो ढोंग,


अभी तो तेरी रुचि के योग्‍य
नहीं इसका कोई आकार,
अभी तो जाने कितनी बार
मिटेगा बन-बनकर संसार!