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"मेरी जमीन / विष्णु नागर" के अवतरणों में अंतर

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11:53, 4 जून 2010 के समय का अवतरण

मैंने समझा कि यह मेरी जमीन है
जबकि वह मेरा दलदल था
मैं उसमें धँसता जा रहा था
जिसका अर्थ मैंने यह समझा
कि मैं जमीन से जुड़ता जा रहा हूँ
अब मुझे जनता से कोई अलग नहीं कर सकता!