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"वीर आदमी / मुकेश मानस" के अवतरणों में अंतर

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'''वीर आदमी'''
 
 
 
खराब समय
 
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सपने तोड़ता है
 
सपने तोड़ता है

16:08, 6 जून 2010 के समय का अवतरण

खराब समय
सपने तोड़ता है

वीर आदमी
खराब समय में भी
सपने जोड़ता है
समय की धार को
वीर आदमी ही मोड़ता है

रचनाकाल:1989