भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पूजा की लोरी / मुकेश मानस" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Mukeshmanas (चर्चा | योगदान) |
Mukeshmanas (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 25: | पंक्ति 25: | ||
सो जा मेरी मुनिया | सो जा मेरी मुनिया | ||
+ | अपूर्वा के लिए | ||
रचनाकाल:2000 | रचनाकाल:2000 | ||
<poem> | <poem> |
16:15, 6 जून 2010 के समय का अवतरण
सोए तारे, सोया चंदा
सोई फूलों की बगिया
सो जा मेरी मुनिया
निंदिया रानी आई है
सुन्दर सपने लाई है
सुन्दर सपनों में खो जा
सो जा मेरी मुनिया
भूल जा दिन की बातों को
पप्पा जी की डांटों को
उनका हाथ बना तकिया
सो जा मेरी मुनिया
कल फिर सुबह आएगी
बिटिया पढ़ने जाएगी
एक दिन समझेगी दुनिया
सो जा मेरी मुनिया
अपूर्वा के लिए
रचनाकाल:2000