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"पशोपेश / मुकेश मानस" के अवतरणों में अंतर
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मेरी बेटी खिड़की पर खड़ी होगी | मेरी बेटी खिड़की पर खड़ी होगी | ||
और मैं | और मैं |
16:30, 6 जून 2010 के समय का अवतरण
मेरी बेटी खिड़की पर खड़ी होगी
और मैं
इस रफ्तार में फंसा हूं
ये रफ्तार नहीं थमने की
मैं थमा हूं
और इस रफ्तार के ख़िलाफ़
ख़तरा मोल लेने से
मेरी जान जा सकती है
मगर मैं कब तक थमा रहूंगा
ये रफ्तार नहीं थमने की
और मेरी बेटी
खिड़की पर खड़ी होगी
रचनाकाल:1999