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"दर्द बयान हुआ / विजय वाते" के अवतरणों में अंतर

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जो बेईमान हुआ |
 
जो बेईमान हुआ |

08:47, 11 जून 2010 का अवतरण

जो बेईमान हुआ |
उसका सम्मान हुआ |

बेकार सत्य बोला,
नाहक अपमान हुआ |

इंसान हुआ आबं,
व्यर्थ गुमान हुआ|

रोटी मकान कपड़ा,
इतना सामान हुआ|

चाहा पढ़ें कसीदे,
दर्द बयान हुआ |