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"मन रसखान हुआ / विजय वाते" के अवतरणों में अंतर
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तुझ पे कुर्बान हुआ, | तुझ पे कुर्बान हुआ, | ||
− | मन | + | मन रसखान हुआ । |
जाना जब नाम तेरा, | जाना जब नाम तेरा, | ||
− | खुद अपना ज्ञान हुआ | + | खुद अपना ज्ञान हुआ । |
− | + | आकर तीरे लैब पर, | |
− | ये गीत अज़ान हुआ | + | ये गीत अज़ान हुआ । |
उल्लेख तेरा जिसमें, | उल्लेख तेरा जिसमें, | ||
− | वो शेर दीवान हुआ | + | वो शेर दीवान हुआ । |
तुझको चाहा भर था, | तुझको चाहा भर था, | ||
− | कितना तूफान हुआ | + | कितना तूफान हुआ । |
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11:31, 11 जून 2010 के समय का अवतरण
तुझ पे कुर्बान हुआ,
मन रसखान हुआ ।
जाना जब नाम तेरा,
खुद अपना ज्ञान हुआ ।
आकर तीरे लैब पर,
ये गीत अज़ान हुआ ।
उल्लेख तेरा जिसमें,
वो शेर दीवान हुआ ।
तुझको चाहा भर था,
कितना तूफान हुआ ।