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"मन रसखान हुआ / विजय वाते" के अवतरणों में अंतर

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तुझ पे कुर्बान हुआ,
 
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खुद अपना ज्ञान हुआ|
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ये गीत अज़ान हुआ|
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वो शेर दीवान हुआ|
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कितना तूफान हुआ
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11:31, 11 जून 2010 के समय का अवतरण

तुझ पे कुर्बान हुआ,
मन रसखान हुआ ।

जाना जब नाम तेरा,
खुद अपना ज्ञान हुआ ।

आकर तीरे लैब पर,
ये गीत अज़ान हुआ ।

उल्लेख तेरा जिसमें,
वो शेर दीवान हुआ ।

तुझको चाहा भर था,
कितना तूफान हुआ ।