Changes

न्यायमूर्ति सृष्टि का भरता,
वह अवतार प्रेम का मधु का,
अनघ,शोक मोह का हरता
वह तो केवल एक कृष्ण हैं !
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits