भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"जादुई आईना / मदन कश्यप" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार = मदन कश्यप |संग्रह = नीम रोशनी में / मदन कश्यप }} {{KKCat…)
 
(कोई अंतर नहीं)

11:44, 22 जून 2010 के समय का अवतरण


न कोठार में अन्‍न
न चौके में रसोई की गमक
भोजन केवल उस आईने में है
न ब्‍याज की दुकान में
न दर्जी के दलान में
वस्‍त्र केवल उस आईने में है

आईने में चिप्‍स है
आईने में कोला है
डालर है चीनी है
मिट्टी का तेल है
विकास की योजनाएं हैं
इक्‍कीसवीं सदी है
पंचायती राज है
उर्वरक है दवा है
सीमेंट है कोयला है
लोहा है बिजली है
रेल का डिब्‍बा है
सड़कें हैं अस्‍पताल है
रोजगार है उद्योग है
निर्यात है मुद्रा है
माल है

वह सब कुछ
जो कहीं दूर-दूर तक नहीं है
केवल उस आईने में है

कैसा है यह जादुई आईना !