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"ख़ूबसूरत तुम / रमेश कौशिक" के अवतरणों में अंतर

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17:11, 27 जून 2010 के समय का अवतरण

मैं आऊँगा तो सही
पर अभी नहीं
क्योंकि अभी तो
 मैं बातों में कच्चा हूँ
यानी सच्चा हूँ

तुमसे बात करने के लिए
झूठ की ज़रूरत है
झूठ खूबसूरत होता है
और तुम भी खूब-सूरत हो