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*[[उछल कर आसमाँ तक जब गिरा बाज़ार चुटकी में / पवनेन्द्र पवन]]
*[[यही आभास होता है शहर से आके गाँवों में / पवनेन्द्र पवन]]
*[[बाहर योगाभ्यास रे जोगी / पवनेन्द्र पवन]]*[[डाकू तस्कर आज है वन में / पवनेन्द्र पवन]]
*[[पीर है सीने में पर्वत के चमक परिधान पर / पवनेन्द्र पवन]]
*[[यूँ सड़क तक छोड़ने तो आपको आएँगे लोग / पवनेन्द्र पवन]]