भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"नीड़ बुलाए / अवनीश सिंह चौहान" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
छो (नीड़ बुलाए /अवनीश सिंह चौहान का नाम बदलकर नीड़ बुलाए / अवनीश सिंह चौहान कर दिया गया है) |
(कोई अंतर नहीं)
|
23:41, 30 जून 2010 का अवतरण
अब तो वापस आओ पंछी
तुझको नीड़ बुलाए
खेत-खेत से सरसों फूली
डाल-डाल पर कलियाँ झूलीं
बाग-बगीचे मोर नाचते
मैना शोर मचाए
आँचल माँ का तुझको हेरे
रुनझुन बिछुआ तुझको टेरे
नन्हा मोती आँगन-चौरे
अपना राग सुनाए
झील नज़र की धीरज खोती
मौन लहर यादों को ढोती
गुमसुम द्वारे पेड़ पुराना
तेरी आस लगाए