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"सलाम सोफिया / कर्णसिंह चौहान" के अवतरणों में अंतर
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20:20, 1 जुलाई 2010 के समय का अवतरण
तुम्हारी छरहरी देह के
उठते गिरते ढलानों की
लुभावनी माया में
युगों तक खोया हूँ
सोफिया
उस अक्षय को सलाम
देश काल के प्रवाह
मित्रों-परिचितों के ध्वंस निर्माण
रचना कीर्तिमानों से
बेखबर
तुम्हारी जिस गोद में
बरसों निश्चिंत सोया हूँ
सोफिया
उस ममतामय संबल को सलाम
इन वर्षों में
टूटे तमाम दुर्ग
सुंदरतम सपने
धाराशायी भविष्य के
रंग-बिरंगे मानचित्र
युद्ध भूमि से क्षत-विक्षत शिशु को
छाती से चिपका
कितनी सुनसान रातों में
अस्फुट रोया हूँ
सोफिया उस अनकही पीड़ा को सलाम