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"ग़लत हिज्जे / वीरेन डंगवाल" के अवतरणों में अंतर
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मन मलीन मन्द दिन कठीन
पिछे छुटे प्रविन
हिन हिन हिन आगे
सान से बोलता है
छः दुने तिन
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