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बिहँसी है
 
बिहँसी है
  
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20:28, 12 जुलाई 2010 के समय का अवतरण

सूरज की-

एक किरण
पीपल के पत्ते पर
ठहरी है

एक किरण
बेले के फूलों पर
फिसली है

एक किरण
ताल की तरंगों पर
थिरकी है

एक किरण
शिशु की दाँतुलियों पर
बिहँसी है

-सूरज की