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16:12, 14 जुलाई 2010 के समय का अवतरण
वहम
आँखें मूंद भर लेने से
तुम्हारी ओर बढ़ रही गोली
अपना इरादा नहीं बदल देगी
या,
निहत्थे की जान नहीं बख्श देगी.