भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"रोशनी / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=एक बहुत कोमल तान / लीलाधर …)
 
(कोई अंतर नहीं)

12:23, 19 जुलाई 2010 के समय का अवतरण


मैं कम उजाले में भी
पढ़-लिख लेता हूं

अपने दीगर काम
मजे से निपटा लेता हूं

सिर्फ इतने जतन से
कम के लिए
कुछ रोशनी बचा लेता हूं
00