भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"चीज़ें / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=एक बहुत कोमल तान / लीलाधर …)
 
(कोई अंतर नहीं)

12:32, 19 जुलाई 2010 के समय का अवतरण


जैसे संदूक में
रख्‍ती है मां
अपनी प्‍यारी चीजें

कविता में इतना ही तो करता हूं मैं
00