"आओ अब विचार करें / शास्त्री नित्यगोपाल कटारे" के अवतरणों में अंतर
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
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पंक्ति 9: | पंक्ति 9: | ||
सामने रखें दर्पण | सामने रखें दर्पण | ||
सत्य को स्वीकार करें | सत्य को स्वीकार करें | ||
− | गवाँ चुके | + | गवाँ चुके काफ़ी समय |
− | और न | + | और न गँवाएँ अब |
उलझी हुई समस्या को | उलझी हुई समस्या को | ||
और न उलझाएँ अब | और न उलझाएँ अब | ||
मिल जुलकर बैठें सभी | मिल जुलकर बैठें सभी | ||
खुद पर उपकार करें | खुद पर उपकार करें | ||
− | आओ अब विचार | + | आओ अब विचार करें । |
− | सड़ते हुए | + | |
+ | सड़ते हुए घावों को | ||
कब तक ढक पाएँगे | कब तक ढक पाएँगे | ||
गोलियों से कब तक अपना | गोलियों से कब तक अपना | ||
पंक्ति 22: | पंक्ति 23: | ||
साहस से खोलें और | साहस से खोलें और | ||
खुद से उपचार करें | खुद से उपचार करें | ||
− | आओ अब विचार | + | आओ अब विचार करें । |
+ | |||
जाति भेद वर्ग भेद | जाति भेद वर्ग भेद | ||
धर्म भेद त्यागेँ अब | धर्म भेद त्यागेँ अब | ||
पंक्ति 28: | पंक्ति 30: | ||
निद्रा से जागें हम | निद्रा से जागें हम | ||
आदमी है‚ आदमी से | आदमी है‚ आदमी से | ||
− | आदमी सा प्यार करें | + | आदमी-सा प्यार करें |
− | आओ अब विचार | + | आओ अब विचार करें । |
+ | |||
शकनु के षड्यन्त्रो मे | शकनु के षड्यन्त्रो मे | ||
दुर्योधन व्यस्त है | दुर्योधन व्यस्त है | ||
बुद्धिजीवी भीष्म सारे | बुद्धिजीवी भीष्म सारे | ||
− | जाने क्यों तटस्थ | + | जाने क्यों तटस्थ हैं |
न्याय का समर्थन | न्याय का समर्थन | ||
अन्याय का प्रतिकार करें | अन्याय का प्रतिकार करें | ||
− | आओ अब विचार | + | आओ अब विचार करें । |
+ | |||
भारत की वैज्ञानिक | भारत की वैज्ञानिक | ||
सुपरिष्कृत भाषाएँ | सुपरिष्कृत भाषाएँ | ||
हतप्रभ कुपुत्रो की | हतप्रभ कुपुत्रो की | ||
सुनकर परिभाषाएँ | सुनकर परिभाषाएँ | ||
− | + | अँग्रेज़ी छोड़ें | |
मातृ भाषा से प्यार करें | मातृ भाषा से प्यार करें | ||
− | आओ अब विचार | + | आओ अब विचार करें । |
+ | |||
सारे मुखपृष्ठों पर | सारे मुखपृष्ठों पर | ||
गुण्डों के भाषण हैँ | गुण्डों के भाषण हैँ | ||
पंक्ति 49: | पंक्ति 54: | ||
तम का अनुशासन है | तम का अनुशासन है | ||
तथ्यों को समझें | तथ्यों को समझें | ||
− | भ्रम का बहिष्कार | + | भ्रम का बहिष्कार करें ।। |
− | आओ अब विचार | + | |
+ | आओ अब विचार करें । | ||
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23:43, 19 जुलाई 2010 का अवतरण
आओ अब विचार करें
सामने रखें दर्पण
सत्य को स्वीकार करें
गवाँ चुके काफ़ी समय
और न गँवाएँ अब
उलझी हुई समस्या को
और न उलझाएँ अब
मिल जुलकर बैठें सभी
खुद पर उपकार करें
आओ अब विचार करें ।
सड़ते हुए घावों को
कब तक ढक पाएँगे
गोलियों से कब तक अपना
दर्द हम भुलाएँगे
साहस से खोलें और
खुद से उपचार करें
आओ अब विचार करें ।
जाति भेद वर्ग भेद
धर्म भेद त्यागेँ अब
कूप मण्डूकता की
निद्रा से जागें हम
आदमी है‚ आदमी से
आदमी-सा प्यार करें
आओ अब विचार करें ।
शकनु के षड्यन्त्रो मे
दुर्योधन व्यस्त है
बुद्धिजीवी भीष्म सारे
जाने क्यों तटस्थ हैं
न्याय का समर्थन
अन्याय का प्रतिकार करें
आओ अब विचार करें ।
भारत की वैज्ञानिक
सुपरिष्कृत भाषाएँ
हतप्रभ कुपुत्रो की
सुनकर परिभाषाएँ
अँग्रेज़ी छोड़ें
मातृ भाषा से प्यार करें
आओ अब विचार करें ।
सारे मुखपृष्ठों पर
गुण्डों के भाषण हैँ
कुण्ठित प्रतिभावों पर
तम का अनुशासन है
तथ्यों को समझें
भ्रम का बहिष्कार करें ।।
आओ अब विचार करें ।