भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गुड़िया-2 / नीरज दइया" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: <poem>जिंदा रहती है लड़की में गुड़िया जिंदा रहती है औरत में लड़की अं…) |
छो (गुड़िया-2/ नीरज दइया का नाम बदलकर गुड़िया-2 / नीरज दइया कर दिया गया है) |
(कोई अंतर नहीं)
|
22:40, 22 जुलाई 2010 का अवतरण
जिंदा रहती है
लड़की में गुड़िया
जिंदा रहती है
औरत में लड़की
अंत में वह गुड़िया
बन जाती है बुढ़िया !