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"गुड़िया-6 / नीरज दइया" के अवतरणों में अंतर
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22:41, 22 जुलाई 2010 के समय का अवतरण
चेहरे पर नहीं
दुख है भीतर विशाल
तुम्हें ब्याह के
छोड़ दिया उसने
रोती भी नहीं
गुड़िया हो तुम !
भीतर से गीली हो
फिर क्यों हो
बाहर एकदम सूखी ?