"दोस्ती को मात मत कर दोस्ती के नाम पर / रविकांत अनमोल" के अवतरणों में अंतर
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दोस्ती को मात मत कर दोस्ती के नाम पर | दोस्ती को मात मत कर दोस्ती के नाम पर |
11:03, 6 अगस्त 2010 का अवतरण
दोस्ती को मात मत कर दोस्ती के नाम पर
इस तरह की बात मत कर दोस्ती के नाम पर
गर भरोसा उठ गया है हाथ मेरा छोड़ दे
तल्ख़ यूँ जज़्बात मत कर दोस्ती के नाम पर
मुझपे पहले ही ज़माने भर के हैं एहसां बहुत
और एहसानात मत कर दोस्ती के नाम पर
मुझसे कोई बात कर अच्छी बुरी, खोटी ख़री
हाँ मगर कुछ बात मत कर दोस्ती के नाम पर
मैं बड़ी मुश्क़िल से जीता हूँ दिलों के खेल में
अब ये बाज़ी मात मत कर दोस्ती के नाम पर
मुझको मेरे हाल पर रहने दे ऐ मेरे हबीब
रहम की ख़ैरात मत कर दोस्ती के नाम पर
दोस्ती बदनाम हो जाए न दुनिया में कहीं
ऐसी वैसी बात मत कर दोस्ती के नाम पर
मुझसे रिश्ता तोड़ता है तोड ले तू हाँ मगर
आग की बरसात मत कर दोस्ती के नाम पर
दोस्ती एहसास है एहसास रहने दे इसे
बहस यूँ दिन रात मत कर दोस्ती के नाम पर