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"हत्यारों का आगमन / अशोक लव" के अवतरणों में अंतर
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छो (हत्यारों का आगमन/ अशोक लव का नाम बदलकर हत्यारों का आगमन / अशोक लव कर दिया गया है) |
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पागल हवा | पागल हवा | ||
बाल खोले चिल्लाती रही | बाल खोले चिल्लाती रही | ||
− | कोई नहीं आया | + | कोई नहीं आया । |
सूरज ने आकर देखा | सूरज ने आकर देखा | ||
पगडंडियों पर | पगडंडियों पर | ||
पत्तों के गोली बिंधे शव | पत्तों के गोली बिंधे शव | ||
− | बिछे पड़े थे | + | बिछे पड़े थे । |
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23:26, 9 अगस्त 2010 के समय का अवतरण
रात भर पत्ते
जूतों तले दबते
चरमराते रहे
पागल हवा
बाल खोले चिल्लाती रही
कोई नहीं आया ।
सूरज ने आकर देखा
पगडंडियों पर
पत्तों के गोली बिंधे शव
बिछे पड़े थे ।