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* [[मधु के दिन मेरे गए बीत / नरेन्द्र शर्मा]]
 
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* [[सुख-सुहाग की दिव्य-ज्योति से / नरेन्द्र शर्मा]]
 
* [[सुख-सुहाग की दिव्य-ज्योति से / नरेन्द्र शर्मा]]
*[[ गँगा, बहती हो क्यूँ ? / नरेन्द्र शर्मा]]
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*[[ गँगा, बहती हो क्यूँ / नरेन्द्र शर्मा]]
 
*[[ माया / नरेन्द्र शर्मा]]
 
*[[ माया / नरेन्द्र शर्मा]]
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सत रंग चुनर नव रंग राग
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मधुर मिलन त्यौहार गगन में ,
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मेघ सजल , बिजली में आग .............
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सत रंग चुनर , नव रंग पाग !
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पावस ऋतू नारी , नर सावन ,
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रस रिम झिम , संगीत सुहावन ,
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सारस के जोड़े , सरवर में , सुनते रहते , बादल राग !
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सत रंग चुनर , नव रंग राग !
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उपवन उपवन , कान्त - कामिनी , गगन गुंजाये , मेघ दामिनी ,
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पत्ती पत्ती पर हरियाली , फूल फूल पर , प्रेम - पराग !
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सत रंग चुनर , नव रंग राग .....
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पवन चलाये , बाण , बूँद के , सहती धरती , आँख मूँद के -
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बेलों से अठखेली करते , मोर ~ मुकुट , पहने , बन ~ बाग़ !
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सत रंग चुनर नव रंग पाग !

19:07, 24 जून 2008 का अवतरण

नरेन्द्र शर्मा की रचनाएँ

नरेन्द्र शर्मा
Narendra sharma.jpg
जन्म 1913
निधन 1989
उपनाम
जन्म स्थान जहाँगीरपुर, जिला खुर्जा, उत्तर प्रदेश, भारत
कुछ प्रमुख कृतियाँ
शूल-फूल (1934), कर्ण-फूल (1936), प्रभात-फेरी (1938), प्रवासी के गीत (1939), कामिनी (1943), मिट्टी और फूल (1943), पलाश-वन (1943), हंस माला (1946), रक्तचंदन (1949), अग्निशस्य (1950), कदली-वन (1953), द्रौपदी (1960), प्यासा-निर्झर (1964), उत्तर जय (1965), बहुत रात गये (1967), सुवर्णा (1971), सुवीरा (1973)
विविध
पंडित नरेन्द्र शर्मा ने हिन्दी-फ़िल्मों के लिये बहुत से गीत लिखे। उनके 17 कविता संग्रह, एक कहानी संग्रह, एक जीवनी और अनेक रचनाएँ पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। इसके अलावा उस समय की प्रमुख साहित्यिक पत्रिकाओं 'सरस्वती'में 1932 में और 'चांद' में 1933 मेँ इनकी प्रारम्भिक रचनाएँ और स्फुट कविताएँ व समीक्षा इत्यादि छपती रही हैं।
जीवन परिचय
नरेन्द्र शर्मा / परिचय
कविता कोश पता
www.kavitakosh.org/{{{shorturl}}}

सत रंग चुनर नव रंग राग मधुर मिलन त्यौहार गगन में , मेघ सजल , बिजली में आग ............. सत रंग चुनर , नव रंग पाग ! पावस ऋतू नारी , नर सावन , रस रिम झिम , संगीत सुहावन , सारस के जोड़े , सरवर में , सुनते रहते , बादल राग ! सत रंग चुनर , नव रंग राग ! उपवन उपवन , कान्त - कामिनी , गगन गुंजाये , मेघ दामिनी , पत्ती पत्ती पर हरियाली , फूल फूल पर , प्रेम - पराग ! सत रंग चुनर , नव रंग राग ..... पवन चलाये , बाण , बूँद के , सहती धरती , आँख मूँद के - बेलों से अठखेली करते , मोर ~ मुकुट , पहने , बन ~ बाग़ ! सत रंग चुनर नव रंग पाग !