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"उसके इस सवाल के बाद / आदिल रशीद" के अवतरणों में अंतर

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ये फ़ूल, चाँद, सितारे ये कहकशाँ<ref>आकाश गंगा</ref> ये घटा  
 
ये फ़ूल, चाँद, सितारे ये कहकशाँ<ref>आकाश गंगा</ref> ये घटा  

18:23, 28 अगस्त 2010 के समय का अवतरण

ख़मोश होता हे क्यूँ दरिया इश्तआल <ref>ज्वार भाटा, गुस्सा </ref> के बाद
सवाल ख़त्म हुए उस के इस सवाल के बाद

वो लाश डाल गया कत्ल कर के साए में
उसे ख़याल मिरा आ गया जलाल<ref>गुस्सा</ref> के बाद

नये ज़माने का दस्तूर बस मआज़ अल्लाह<ref>प्रभु ही बचाए</ref>
नवाज़ता<ref>इज़्ज़त प्रदान करना</ref> है खिताबों<ref>पुरस्कार, अवार्ड</ref> से इन्तकाल<ref>स्वर्गवास</ref> के बाद

जहाँ <ref>दुनिया </ref> को मैं ने बस इतनी ही अहमियत दी है
के जितनी क़ीमत-ए-आईना <ref> दर्पण का मूल्य </ref> एक बाल <ref> दर्पण में दरार.चट्का दर्पण</ref> के बाद

ये फ़ूल, चाँद, सितारे ये कहकशाँ<ref>आकाश गंगा</ref> ये घटा
अज़ीज़<ref>प्रिय</ref> ये भी हैं लेकिन तिरे ख़याल के बाद

वो शख़्स<ref>व्यक्ति</ref> मुझको बस इतना सिखा गया आदिल
किसी को दोस्त बनाओ तो देखभाल के बाद

शब्दार्थ
<references/>