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"यह बरसात / रामकृष्ण पांडेय" के अवतरणों में अंतर
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04:38, 29 अगस्त 2010 के समय का अवतरण
पहले जो अकेला कर देती थी,
मुझे मेरे ही कमरे में यह बरसात
उसका अर्थ बदल गया है अब
तुम्हारे साथ होने से ।