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"और एक इम्तिहान बाकी है / संकल्प शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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और एक इम्तिहान बाक़ी है,  
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और इक  इम्तिहान बाक़ी है,  
इसलिए मुझमें जान बाक़ी है।  
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इसलिए थोडी जान बाक़ी है।  
  
सर से हर बोझ हट गया है मेरे,  
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सर से हर बोझ हट गया मेरे,  
सिर्फ़ एक आसमान बाक़ी है।  
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सिर्फ़ इक आसमान बाक़ी है।  
  
मैं खतावार हूँ तेरा लेकिन,  
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मैं खतावार हूँ तिरा लेकिन,  
मेरे दिल का बयान बाक़ी है।  
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तेरे दिल का बयान बाक़ी है।  
  
मेरे हाथों में लकीरें तो नहीं,  
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मेरे हाथों में अब लकीरें नहीं,  
 
तेरे लब का निशान बाक़ी है।  
 
तेरे लब का निशान बाक़ी है।  
  
मैं अगर ना रहा तो ग़म कैसा,  
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रहा मैं तो कोई ग़म कैसा,  
अभी तो ये जहान बाक़ी है।  
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अब भी तो ये जहान बाक़ी है।  
  
ज़ख्म तो कब का भर गया लेकिन,  
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ज़ख्म तो कब के भर गये संकल्प,  
 
ज़ख्म की दास्तान बाक़ी है।  
 
ज़ख्म की दास्तान बाक़ी है।  
 
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02:10, 30 अगस्त 2010 का अवतरण

और इक इम्तिहान बाक़ी है,
इसलिए थोडी जान बाक़ी है।

सर से हर बोझ हट गया मेरे,
सिर्फ़ इक आसमान बाक़ी है।

मैं खतावार हूँ तिरा लेकिन,
तेरे दिल का बयान बाक़ी है।

मेरे हाथों में अब लकीरें नहीं,
तेरे लब का निशान बाक़ी है।

न रहा मैं तो कोई ग़म कैसा,
अब भी तो ये जहान बाक़ी है।

ज़ख्म तो कब के भर गये संकल्प,
ज़ख्म की दास्तान बाक़ी है।