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* [[तेरे सांचे मे ढल नहीं सकता / आदिल रशीद]]
* [[कल जो राइज था आज थोड़ी है / आदिल रशीद]]
* [[रूहों ने शहीदों की फिर हमको पुकारा है / आदिल रशीद]]
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आदिल रशीद की कुछ रचनाएँ '''चाँद तिलहरी''' और '''चाँद मंसूरी''' के नाम से भी प्रकाशित हुई हैं:
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* [[रूहों ने शहीदों की फिर हमको पुकारा है / आदिल रशीद]]
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