भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"हालात और फैसले / मुकेश मानस" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Mukeshmanas (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मुकेश मानस |संग्रह=काग़ज़ एक पेड़ है / मुकेश मान…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
17:43, 7 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण
एक
कुछ हालात
बदल डालते हैं इंसान को
कुछ हालात
इंसान बदल डालता है
जीवन इसी तरह
आगे बढ़ता जाता है
2004
दो
रास्ते
बार-बार बनाए जाते हैं
फैसले
बार-बार लिए जाते हैं
लिए गए फैसलों पर
आंसू नहीं बहाए जाते
2009