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"चुनावी पैरोड़ी / मुकेश मानस" के अवतरणों में अंतर

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आएंगे वो आएंगे
वोट मांगने आएंगे

वोट मांगने की खातिर
अपनी शक्ल दिखाएंगे

हाथ तोड़ते रहते हैं जो
हाथ जोड़ते आएंगे

गुंडे, चोर, उचक्के सारे
शक्ल बदलकर आएंगे

मंत्री बनते ही जनमत को
असली रूप दिखाएंगे

रचनाकाल:1997